ज्योति विद्यापीठ में उत्साह के साथ मनाया गया धनतेरस का पर्व

Friday 13 Nov 2020 कैंपस

 
ज्योति विद्यापीठ महिला विश्वविद्यालय कैंपस में आज धनतेरस और छोटी दीवाली का पर्व बड़े उत्साह से मनाया गया। धनतेरस के शुभ अवसर पर विश्वविद्यालय की चैयरपर्सन माननीया विदुषी गर्ग ने सबसे पहले फैकल्टी ऑफ आयुर्वेदिक साइंस के परिसर में और उसके बाद सूर्यांश आरोग्यशाला (मल्टी स्पेशलिटी आयुष हॉस्पिटल) परिसर में स्थित भगवान धन्वंतरिजी की विधिवत पूजा अर्चना की। भगवान धन्वंतरिजी को हिंदू देवी-देवताओं का वैध माना जाता है। भारतीय संस्कृति में स्वास्थ्य का स्थान धन से ऊपर माना जाता रहा है। यह कहावत आज भी प्रचलित है कि 'पहला सुख निरोगी काया, दूजा सुख घर में माया', इसलिए दीवाली में सबसे पहले धनतेरस को महत्व दिया जाता है। हिंदू शास्त्रों में वर्णित कथाओं के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी के दिन भगवान धन्वंतरिजी हाथों में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। एक मान्यता के अनुसार भगवान धन्वंतरि विष्णु के अंशावतार हैं। संसार में चिकित्सा विज्ञान के विस्तार और प्रसार के लिए ही भगवान विष्णु ने धन्वंतरिजी का अवतार लिया था और भगवान धन्वंतरिजी के प्रकट होने के उपलक्ष्य में ही धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इस मौके पर यूनीवर्सिटी के रजिस्ट्रार समेत समस्त फैकल्टी व स्टाफ, हॉस्पिटल के डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ इत्यादि मौजूद रहें।

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