भारत बायोटेक ने दावा किया है कि उसका कोविड वैक्सीन जून 2021 तक तैयार हो जाएगा ।
उसे अंतिम स्तर के मानव परीक्षणों के लिए मंजूरी मिल गई है।
हैदराबाद स्थित फर्म ने अपने स्वदेशी वैक्सीन कोवाक्सिन के लिए 12-14 राज्यों में 20,000 से अधिक स्वयंसेवकों का परीक्षण करने की योजना बनाई है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के सहयोग से विकसित कोवाक्सिन एक ऐसा टीका है जिससे एंटीबाडी विकसित करने के लिए कोविड -19 वायरस के डेड वायरस को शरीर में इंजेक्ट किया जायेगा। उम्मीद है कि इससे कोरोना का इलाज किया जा सकेगा।
भारत बायोटेक को चरण -3 परीक्षणों की मंज़ूरी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के बाद मिली है। वह अपने टीके कोविदिल्ड के परीक्षण के तीसरे चरण के लिए स्वयंसेवकों की भर्ती और टीकाकरण की प्रक्रिया में है।
भारत बायोटेक की तेलांगना, तमिलनाडु, हरियाणा, महाराष्ट्र और बिहार सहित पूरे देश में "25,000 से 26,000" स्वयंसेवकों की भर्ती करने की योजना है।
मैदान में अन्य वैक्सीन उम्मीदवार ज़ाइडस कैडिला के हैं, जो कि चरण -2 परीक्षणों को पूरा करने के करीब है, और दूसरा रूस के गामाले रिसर्च इंस्टीट्यूट है जो जल्द ही डॉ रेड्डी के सहयोग से स्पुतनिक वी के चरण 2/3 के परीक्षणों को शुरू करेगा। ।