किसानों को आसानी से उपलब्ध होंगे मशरुम के बीज
बीकानेर, 27 जनवरी (हि.स.)। बीकानेर स्थित स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आर पी सिंह ने बुधवार को कृषि महाविद्यालय के पादप व्याधि विज्ञान विभाग द्वारा स्थापित मशरूम उत्पादन इकाई का उद्घाटन किया।
इस दौरान कुलपति ने कहा कि मशरूम की खेती किसानों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है तथा छोटे किसानों एवं गृहणियों के लिए उपयुक्त व्यवसाय साबित होने लगा है। इसमें पोषक तत्वों की अधिकता है, जो कि स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से बेहद लाभदायक होती है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय द्वारा मशरूम इकाई स्थापित किए जाने से किसानों को मशरूम के स्पॉन (बीज) भी आसानी से उपलब्ध हो सकेंगे। विद्यार्थियों और एन्तरप्रेन्योर्स के लिए भी यह लाभदायक साबित होंगी। साथ ही यहां नियमित प्रशिक्षण भी दिए जाएंगे। उन्होंने मशरूम उत्पादन कक्ष, मशरूम बीजाई व कम्पोस्ट इकाई का अवलोकन किया। इकाई प्रभारी डॉ दाताराम ने बताया कि इकाई में ढींगरी मशरूम की फ्लोरिडा, आयस्टर, पिंक आयस्टर और सजोरकाजू आयस्टर किस्मों के 160 बैग लगाए गए हैं। लगभग 25 दिन बाद इनमें उत्पादन शुरू हो जाएगा। ढींगरी मशरूम सुगंधित, मुलायम और पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह शाकाहारी लोगों के लिए उपयोगी है। इसकी सब्जी तथा पकोड़े आदि बनाए जाते हैं। यह मोटापा, मधुमेह, रक्तचाप तथा हृदय रोगियों के लिए लाभदायक होता है।