विश्वविद्यालय परिवार की ओर से बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं
हिंदू धर्म में बसन्त पंचमी का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन मां सरस्वती का जन्म हुआ था। आज के दिन गंगा स्नान के उपरान्त मां सरस्वती की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। जिसके लिए श्रद्धालुओं का संगम पर जमावड़ा लगा है। आज के दिन दो खास संयोग बन रहे हैं। मंगलवार की सुबह 3:36 पर पंचमी तिथि लग गयी है, जो 17 फरवरी की सुबह 5:46 पर समाप्त होगी।
ज्योति विद्यापीठ महिला विश्वविद्यालय के संस्थापक और सलाहकार माननीय जे.वी.एन. डॉ. पंकज गर्ग जी ने बताया कि आज के दिन लोग सरस्वती की भी आराधना करते हैं। शिक्षा प्रारम्भ करने या किसी नई कला की शुरूआत करने के लिए यह दिन बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन लोग पीले रंग का वस्त्र पहन कर सरस्वती मां की पूजा करते हैं। बसंत पंचमी के दिन से ही बसंत ऋतु की शुरूआत होती है। इस बार बसंत पंचमी के दिन रवि योग और अमृत सिद्धि योग का खास संयोग बन रहा है। पूरे दिन रवि योग रहने से इस दिन का महत्व और बढ़ जाता है। सुबह 06 बजकर 59 मिनट से दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा।
इस मौके पर ज्योति विद्यापीठ महिला विश्वविद्यालय, जयपुर की चेयरपर्सन माननीया जे.वी.एन. विदुषी गर्ग जी ने सभी को बसंत पंचमी की शुभकामनाएं दी ।