एंटीलिया के बाहर पीपीई पहना शख्स सचिन वाझे निकला

Wednesday 17 Mar 2021 राष्ट्रीय

मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक पदार्थ से भरी स्कॉर्पियो प्लांट करने के षड्यंत्र मामले में बड़ा खुलासा

 
नई दिल्ली/मुंबई, 17 मार्च (हि.स)। मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक पदार्थ से भरी स्कॉर्पियो प्लांट करने के षड्यंत्र मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कहा है कि एंटीलिया के बाहर सीसीटीवी फुटेज में पीपीई किट पहना हुआ जो शख्स दिखाई दे रहा है, वह सचिन वाझे ही है। एनआईए के अनुसार इस मामले में गिरफ्तार सचिन वाझे ने पूछताछ के दौरान बताया है कि सीसीटीवी फुटेज में पीपीई किट पहना हुआ शख्स खुद वही है। पूछताछ में वाझे ने इस बात को भी स्वीकार किया है कि पीपीई किट को उन्होंने नष्ट कर दिया है। एनआईए सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि जांच एजेंसी ने एक काले रंग की मर्सीडीज वेंज जब्त की है जिसमें स्कॉर्पियो की नंबर प्लेट और पांच लाख रुपये से अधिक की नकदी के साथ एक नोट गिनने की मशीन और कपड़े भी बरामद किए गए हैं। इस कार का इस्तेमाल स्वयं सचिन वाझे करते थे। हालांकि, वह कार किसकी है, फिलहाल इसकी जांच हो रही है। उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर बीते 25 फरवरी को जिस गाड़ी से विस्फोटक पदार्थ मिला था, उसके नजदीक संदिग्ध अवस्था में एक व्यक्ति पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट) पहनकर घूम रहा था, जो बाद में एक अन्य कार में बैठकर वहां से निकल गया था। मुंबई पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के बाद इसका खुलासा किया था। यह आशंका जाहिर की गई थी कि पीपीई पहनकर घूमने वाले शख्स ने ही स्कॉर्पियो में विस्फोटक पदार्थ रखा था। क्या वह व्यक्ति सचिन वाझे है। एनआईए इस सवाल का जवाब ढूंढ़ रही है। उल्लेखनीय है कि एनआईए ने 12 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद बीते शनिवार को देर रात सचिन वाझे को गिरफ्तार कर लिया था। इसकी जानकारी देते हुए एनआईए के अधिकारियों ने बताया था कि विस्फोटक पदार्थ को प्लांट करने के मामले में शनिवार सुबह सचिन वाझे को जांच के लिए बुलाया गया था। वह पहले जांच की कमान संभाल रहे थे और स्कॉर्पियो का इस्तेमाल करने के लिए उनका नाम सामने आया था। एनआईए का कहना था कि मामले में उनकी संलिप्तता सामने आई है। वाझे को आईपीसी की धारा 286, 465, 473, 506 (2), 120-बी और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 की धारा 4 (ए) (बी) (आई) के तहत गिरफ्तार किया गया था। गौरतलब है कि मुंबई के व्यापारी मनसुख हिरेन की मौत के मामले में एटीएस और एनआईए ने सचिन वाझे से पूछताछ की थी। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ओर से लगाए गए आरोपों के बाद सरकार ने इस मामले की जांच अधिकारी बनाए गए वाझे का तबादला कर दिया था। स्कॉर्पियो के मालिक बताए जा रहे मनसुख हिरेन की मौत के बाद उनकी पत्नी ने भी सचिन वाझे पर हत्या का आरोप लगाया था, जिसके बाद लगातार सचिन की गिरफ्तारी की मांग उठ रही थी। वाझे मुंबई पुलिस में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में मशहूर रहे हैं। इस केस में गिरफ्तारी के बाद वाझे को बीते सोमवार को ही निलंबित कर दिया गया था।

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