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Thursday 18 Mar 2021 खेल

तीन साल पहले दिनेश कार्तिक ने करिश्माई छक्के से तोड़ा था बांग्लादेशी क्रिकेटरों का दिल

 
नई दिल्ली, 18 मार्च (हि.स.)। भारतीय क्रिकेट इतिहास में आज का दिन काफी यादगार है। तीन साल पहले आज ही के दिन (18 मार्च, 2018) दिनेश कार्तिक ने अपने करिश्माई बल्लेबाजी से बांग्लादेशी क्रिकेटरों और प्रशंसकों की आंखों में ला दिया था। कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में कार्तिक के बल्ले से 8 गेंदों में नाबाद 29 (6, 4, 6, 0, 2, 4, 1, 6) रनों की बारिश ने बांग्लादेश की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था। खिताबी मुकाबले में आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर अनुभवी कार्तिक ने भारतीय टीम को निदहास ट्रॉफी दिलाई और भारत ने वह रोमांचक फाइनल 4 विकेट से जीता था। क्रिकेट इतिहास में यह महज दूसरा मौका रहा, जब किसी टीम ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर किसी टूर्नामेंट का फाइनल जीत लिया। इससे पहले 1986 में जावेद मियांदाद ने शारजाह में भारत के खिलाफ यह कारनामा किया था और अब कार्तिक ने 32 साल बाद मियांदाद के उस बहुचर्चित छक्के को फीका कर दिखाया था। बांग्लादेश के खिलाफ खिताबी मुकाबले में भारत को आखिरी गेंद पर जीतने के लिए पांच रनों की जरूरत थी और कार्तिक बल्लेबाजी कर रहे थे। कार्तिक ने सौम्य सरकार की गेंद को एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से छक्का लगाकर भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को झूमने पर मजबूर कर दिया और बांग्लादेशी प्रशंसकों की आंखो में आंसू ला दिए। इस मुकाबले में भारत को आखिर में 12 गेंदों पर जीत के लिए 34 रनों की जरूरत थी। ऐसे में दिनेश कार्तिक ने क्रीज पर कदम रखा था। इससे पहले मुस्ताफिजुर रहमान पारी का 18वां ओवर मेडन विकेट ओवर फेंक चुके थे। उस ओवर में विजय शंकर एक भी रन नहीं बना पाए। लेकिन रुबेल हुसैन ने 19वें ओवर में 22 रन लुटाए और मैच का रुख पलटा और आखिरी ओवर की अंतिम गेंद पर दिनेश कार्तिक विजेता बनकर लौटे थे।

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