इतिहास के पन्नों मेंः 13 अप्रैल

Tuesday 13 Apr 2021 अनुसंधान

इतिहास के पन्नों में

 
13 अप्रैल की तारीख निर्दोष व निहत्थे भारतीयों पर ब्रिटिश हुकूमत के जुल्मों की इंतहा का दिन है। इसी दिन अंग्रेज अफसरों ने जलियांवाला बाग में खून की होली खेलकर क्रूरता से भरा ऐसा इतिहास लिखा जो सदियों तक याद किया जाएगा। दूसरी तरफ, यह तारीख खालसा पंथ के लिए भी काफी अहम है। इसी दिन 1699 में दसवें गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। हर साल इस तारीख में बैसाखी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। जलियांवाला बागः भारत की आजादी के इतिहास में 13 अप्रैल 1919 की तारीख, मानवता को शर्मसार करने वाली खूनी याद के रूप में दर्ज है। इसी दिन पंजाब के अमृतसर के एतिहासिक स्वर्ण मंदिर के करीब स्थित जलियांवाला बाग में एक शांतिपूर्ण सभा के लिए जमा हजारों भारतीय जनता पर जनरल डायर की अगुवाई में अंधाधुंध गोलियां बरसायी गयी। देखते ही देखते लोग लाशों के ढेर में बदलते गए। हजारों लोग इन गोलियों के शिकार हुए। गोलियों से घबरायी औरतें व बच्चे कूएं में कूद गए जिससे उनकी जान चली गयी। बाग का रास्ता काफी संकरा होने से भगदड़ मची और लोग गोलियों के शिकार हो गए। इस घटना ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को नयी दिशा दे दी। खालसा पंथ की स्थापनाः 13 अप्रैल 1699 को दसवें गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। इसी दिन उन्होंने आनंदपुर साहिब में इसकी स्थापना की। उन्होंने सर्वप्रथम पांच प्यारों को अमृतपान करवाकर खालसा बनाया और उसके बाद उन पांच प्यारों के हाथों स्वयं भी अमृतपान किया। अन्य अहम घटनाएंः 1960- फ्रांस ने सहारा मरुस्थल में परमाणु बम का परीक्षण किया। यह उपलब्धि हासिल करने वाला वह चौथा देश बना। 1980- अमेरिका ने मास्को के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों का बहिष्कार किया। 1984- भारतीय क्रिकेट टीम ने शारजाह में पाकिस्तान को हराकर पहली बार एशिया कप जीता। 1997- अमेरिकी गोल्फ खिलाड़ी एल्ड्रिक टाइगर वुड्स ने 21 साल की उम्र में यूएस मास्टर्स चैम्पियनशिप जीतकर सबसे कम उम्र में यह खिताबी जीत हासिल की।

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