-900 किलोमीटर का सफर 144 घंटों में पूरा करके अपना संदेश पहुंचाने का किया प्रयास
नई दिल्ली, 13 अप्रैल (हि.स.)। तीन दशकों से ज्यादा अर्से से आतंकवाद से प्रभावित रहने वाले जम्मू-कश्मीर के नौजवान नशे की लत के भी शिकार हो रहे हैं। वहां पर आजकल मादक पदार्थों का सेवन करने वाले लोगों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। इसमें कश्मीरी युवतियां भी संलिप्त हैं। इसको लेकर कश्मीरी समाज काफी चिंतित नजर आ रहा है।
कश्मीरियों में बढ़ती नशे की लत को दूर करने के लिए एक नौजवान ने अपने स्तर पर बीड़ा उठाया है। नशे के खिलाफ अपने अनूठे अभियान को पूरा करने के लिए उसने श्रीनगर से नई दिल्ली तक का सफर पैदल चलकर पूरा किया है। 900 किलोमीटर का सफर उसने 144 घंटों में पूरा करके लोगों को नशे से दूर रहने और सरकार का ध्यान इस तरफ दिलाने का प्रयास किया है।
मोहम्मद अजीज नाम का यह कश्मीरी युवक मैराथन रनर रहा है। एक दिन एक स्थानीय अदालत में हथकड़ियों में जकड़ी हुई कुछ कश्मीरी युवतियों को उसने देखा। उसने जब पता लगाया कि उनका जुर्म क्या है तब उसे बताया गया कि वह सभी नशे की लत में गिरफ्तार हैं। इस घटना के बाद उसने फैसला लिया है कि वह नशे के खिलाफ मुहिम चलाएगा। इसी के तहत उसने कश्मीर से नई दिल्ली तक पैदल यात्रा करने का फैसला लिया और उसने 2 अप्रैल, 2021 से अपनी यात्रा शुरू की। वह 8 अप्रैल की रात्रि में नई दिल्ली पहुंचा है।
मोहम्मद अजीज ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि उसने 900 किलोमीटर की यह यात्रा 3 दिनों में पूरी करने का फैसला लिया था लेकिन इस यात्रा को पूरा करने के लिए उन्हें 6 दिनों यानी 144 घंटे का समय लगा है। उनका कहना है कि जम्मू-कश्मीर में युवा वर्ग में नशे की लत को बढ़ावा दिया जा रहा है। नशा चाहे किसी भी वस्तु का हो, वह इंसान को पूरी तरह से नष्ट कर देता है। कश्मीर में भी यही हो रहा है। कश्मीरियों को नशे की लत लगाई जा रही है और पूरी नस्ल को बर्बाद करने का प्रयास किया जा रहा है। नशीले पदार्थ कहां से आ रहे हैं? कौन बेच रहा है? कौन खरीद रहा है? इस पर बहस करने की बजाय इसके लिए स्थानीय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। स्थानीय प्रशासन की लापरवाही और गैर जिम्मेदाराना हरकत की वजह से नशीले पदार्थ पूरे जम्मू-कश्मीर में धड़ल्ले से बिक रहे हैं।
उन्होंने बताया कि उनकर इस यात्रा के लिए प्रशासन की तरफ से किसी भी तरह की कोई मदद नहीं की गई लेकिन पुलिस की तरफ से उनकी इस मुहिम को सराहा गया है। मोहम्मद अजीज का कहना है कि वह अब नशे के खिलाफ एक और यात्रा कश्मीर से कन्याकुमारी तक करने की योजना बना रहे हैं। उनका कहना है कि हमें अपनी नौजवान नस्ल को नशे की लत से बचाना है। इसके लिए हमें हर संभव प्रयास करना चाहिए। उन्होंने बताया कि उनके इस सफर के दौरान कुछ शरारती तत्वों ने उनका सामान और मोबाइल वगैरह छीनने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने होशियारी दिखा कर अपने सामान और मोबाइल आदि की रक्षा की है। उनका कहना है कि वह कश्मीर वापस जाकर वहां पर नशे के खिलाफ अपने अभियान को और तेज करेंगे और प्रशासन और पुलिस से मदद की गुहार भी लगाएंगे।