देश में कोरोना की छह वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल के अंतिम चरण में

Wednesday 16 Dec 2020 स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती

जीनोआ और बायोटेक्नॉलॉजी विभाग की वैक्सीन को क्लीनिकल ट्रायल की मंजूरी

 
नई दिल्ली, (हि.स.) । देश में कोरोना के मामलों में तेजी से गिरावट दर्ज हुई है। विश्व के मुकाबले देश में कोरोना के मामले बेहद कम है। देश में 10 लाख आबादी पर 7178 कोरोना के मामले हैं जबकि विश्व में यह आंकड़ा 9000 प्रति दस लाख है। वहीं संक्रमण दर गिरकर 6.37 फीसदी पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में वर्तमान में कोरोना के कारण मृत्यु दर 1.45 फीसदी है, जो दुनिया में सबसे कम है। देश में कोरोना की छह वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल के अंतिम चरण में हैं। मंगलवार को प्रेस वार्ता में केन्द्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि वैक्सीन के वितरण के लिए 29,000 कोल्ड चेन प्वाइंट, 240 मोबाइल कूलर, 70 फ्रीजर, 45000 रेफ्रीजरेटर, 41000 डीप फ्रीजर, 300 सोलर रेफ्रीजरेटल इस्तेमाल किए जाएंगे। यह सभी सामान राज्यों को भेज दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि विश्व भर में टीकाकरण कार्यक्रम एक गंभीर विषय है। राज्यों को वैक्सीन के प्रतिकूल प्रभाव से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। विश्वभर में टीकाकरण कार्यक्रम में कुछ एक मामलों में साइड इफेक्ट्स के होते हैं। यूनाइटेड किंगडम में टीकाकरण के पहले दिन ही साइड इफेक्ट्स के कुछ मामले सामने आए। इसलिए इस परिस्थिति से निपटने के लिए राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को तैयार रहने को कहा गया है। देशभर में छह कोरोना वैक्सीन का ट्रायल देश भर में छह कोरोना वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। इस हफ्ते जीनोआ कंपनी और भारत सरकार के बायोटेक्नॉलजी विभाग द्वारा विकसित वैक्सीन को क्लीनिकल ट्रायल के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से मंजूरी मिल गई है। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बताया कि यह वैक्सीन पूरी तरह स्वदेशी है और फाइजर की तरह प्रभावी है। सबसे खास बात यह है कि इस वैक्सीन को सामान्य कोल्ड चेन में रखा जा सकता है जबकि फाइजर को -70 डिग्री में रखना होता है।

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