मोज़िला फायरफॉक्स ने अपने वेब ब्राउज़र में नया सिक्योरिटी फ़ीचर जोड़ा है। इस फ़ीचर का नाम ‘एचटीटीपीएस-ओनली’ है। इसके तहत वेब ब्राउज़र एचटीटीपीएस वर्ज़न ही कनेक्ट करने की कोशिश करेगा, भले ही आप एचटीटीपी वेबसाइट खोल रहे हों। इस नए सिक्योरिटी फ़ीचर मोड़ में इंटरनेट सर्फिंग करने पर सिस्टम और वेबसाइट के बीच सुरक्षित कनेक्शन बनेगा। इससे साइबर हमले अथवा हैंकिंग को रोकने में मदद मिलेगी।
कैसे करेगा यह काम?
मोज़िला फायरफॉक्स ब्राउज़र में ‘एचटीटीपीएस-ओनली’ मोड सक्रिय करने पर ब्राउज़र ‘एचटीटीपी’ के साथ खुद-ब-खुद ‘एस’ जोड़ देगा। फायरफॉक्स सभी वेबसाइट के साथ सुरक्षित कनेक्शन स्थापित करने की कोशिश करेगा। यदि वेबसाइट का एचटीटीपीएस वर्ज़न होगा तो वह सिस्टम के साथ तुरंत कनेक्ट हो जाएगी, अन्यथा आपको ‘सुरक्षा के लिए ख़तरा’ (सिक्योरिटी रिस्क) का संदेश मिलेगा। लेकिन फिर भी यदि आप बिना सिक्योर कनेक्शन वाली ‘एचटीटीपी’ वेबसाइट अथवा ‘एचटीटीपीएस’ को सपोर्ट नहीं करने वाली वेबसाइट को ओपन करना चाहते हैं, तो इसके लिए ब्राउज़र पहले आपसे अनुमति मांगेगा।
क्या है तकनीकी पहलू?
कंपनी के अनुसार हायपर टेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल यानी एचटीटीपी एक आधारभूत प्रोटोकॉल है। इसी के माध्यम से वेब ब्राउज़र और वेबसाइट आपस में कनेक्शन स्थापित करते हैं। एचटीटीपी प्रोटोकॉल को सुरक्षित नहीं माना जाता है, क्योंकि अटैकर्स अथवा हैकर्स आसानी से यूज़रनेम, पासवर्ड और अन्य सूचनाओं को हासिल कर लेते हैं। यही वज़ह है कि एचटीटीपी वेबसाइट को सुरक्षा के लिहाज़ से अच्छा नहीं माना जाता है। लेकिन एचटीटीपीएस वेबसाइट और ब्राउज़र के बीच एन्क्रिप्टेड और सुरक्षित कनेक्शन स्थापित होता है, जिसकी वज़ह से हैकर्स आसानी से डाटा नहीं चुरा पाते हैं। ब्राउज़र के ऐड्रेस बार में एचटीटीपीएस वेबसाइट के शुरूआत में ही लॉक का आइकॉन भी दिखाई देता है।
हालांकि मोज़िला फायरफॉक्स वेब ब्राउज़र निज़ता और सुरक्षा को लेकर समय-समय पर नए फ़ीचर्स लाते रहता है। यही कारण है कि इसे प्राइवेसी के लिहाज़ से एक अच्छा वेब ब्राउज़र भी माना जाता है। इस बार फायरफॉक्स 83 के साथ ‘एचटीटीपीएस-ओनली’ मोड फ़ीचर यूज़र को काफी हद तक सुरक्षा देगा।