कोलकाता। भारतीय फिल्मों के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित बांग्ला फिल्मों के दिग्गज अभिनेता सौमित्र चटर्जी का अंतिम संस्कार रविवार शाम राजकीय सम्मान के साथ संपन्न हो गया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत कई गणमान्य लोग दिवंगत अभिनेता की अंत्येष्टि में शामिल हुए। रविवार दोपहर 12:15 बजे दक्षिण कोलकाता के एक गैर सरकारी अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली थी। देर शाम कोलकाता के केवड़ातला श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया । इससे पहले आज दोपहर उनके निधन के तुरंत बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अस्पताल जाकर उनके परिजनों को ढांढस बंधाया और अंतिम संस्कार की सारी तैयारियां करने का निर्देश प्रशासन को दिया था। उसके बाद जब अभिनेता का शव रवींद्र सदन लाया गया तो वहां भी ममता बनर्जी की मौजूदगी रही और वहां उन्होंने सौमित्र चटर्जी श्रद्धांजली अर्पित की। उसके बाद दिग्गज अभिनेता की अंतिम यात्रा निकाली गई जिसमें कोलकाता के हजारों लोग शामिल हुए। सौमित्र चटर्जी की नई पुरानी तस्वीरों को हाथ में लेकर लोगों ने उनके शव के साथ केवड़ातला शमशान घाट तक मार्च किया। कुछ लोगों के हाथों में मोमबत्तियां थीं तो कुछ लोग नम आंखों से अंतिम यात्रा का हिस्सा बनें। भीड़ इतनी अधिक थी कि शमशान घाट का दरवाजा बंद करना पड़ा। उधर अंतिम संस्कार में मुखाग्नि देने से पहले उन्हें गन सैल्यूट दिया गया। इस अवसर पर उनकी पुत्री पॉलमी बसु, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय के साथ-साथ ममता मत्रिमंडल के कुछ मंत्री उपस्थित थे। रविवार को अपराह्न लगभग 2 बजे मशहूर अभिनेता के पार्थिव शरीर को अस्पताल से उनके गोल्फ ग्रीन स्थित आवास ले जाया गया, जहां उनकी पत्नी ने उनका अंतिम दर्शन किया। उनके घर से उनके पार्थिव शरीर को टेक्नीशियन स्टूडियो ले जाया गया। शाम 3.30 बजे से 5.30 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रवींद्र सदन में रखा गया, जहां बड़ी संख्या में उनके चाहने वालों ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी। उसके बाद पदयात्रा की शक्ल में उनके पार्थिव शरीर को रवींद्र सदन से केवड़ातला श्मशान घाट ले जाया गया जिसमें सीएम ममता बनर्जी सहित फेलू दा के हजारों चाहने वाले शामिल हुए ।