राजस्थान: डूंगरपुर की ग्राम पंचायत लिम्बडिया जहां कोरोना की ‘नो एंट्री’

Monday 17 May 2021 राजस्थान

ग्राम पंचायत व ग्रामीणों की सजगता, सक्रियता एवं सर्तकता से एक भी कोरोना मरीज नहीं

 
डूंगरपुर, 17 मई (हि.स.)। पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, कोरोना की दूसरी लहर का हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है। चिकित्सालयों में बढ़ते मरीज, चिकित्सकीय संसाधनों के लिए पुरजोर प्रयास और कोरोना केस के बढ़ते संक्रमण के बीच राजस्थान के दक्षिण में स्थित डूंगरपुर जिले की पंचायत समिति गलियाकोट से आठ किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत लिम्बडिया, जहां अभी तक एक भी कोरोना पॉजिटिव केस नहीं आया है। इसके पीछे ग्राम पंचायत प्रशासन व ग्रामीणों की सजगता, सक्रियाता और सतर्कता के साथ कार्य करना है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंजलि राजौरिया ने बताया कि जिला कलक्टर के निर्देशन में पूरे जिले में ‘मेरा वार्ड-मेरा गांव-मेरा जिला’ कोरोना मुक्त अभियान चलाया जा रहा है। इसी के फलस्वरूप ग्राम पंचायत लिम्बडिया में ग्राम प्रशासन, कोर कमेटी ग्रुप और ग्रामवासियों ने शुरू से ही पूर्ण सतर्कता और सजगता रखते हुए संक्रमण रोकने के बहुत अच्छें प्रयास कर कार्य किया और यही कारण रहा कि कोरोना इस गांव में प्रवेश नही कर पाया। विकास अधिकारी गलियाकोट रघुवीर सिंह मीणा ने बताया कि नई बनी इस ग्राम पंचायत लिम्बडिया में चार राजस्व गांव लिम्बडिया, ढेबरिया, गडिया, रतनपुरा सम्मिलित है तथा कुल जनसंख्या 4 हजार 288 है। ज्यादातर लोगों खेतीहर और मजदूर है परंतु ग्रामवासियों द्वारा जागरुकता से गाईडलाईन की प्रभावी रूप से की गई पालना ने ही यहां के लोगों को कोरोना से अब तक बचाया है। सरपंच नर्बदा देवी ताबियाड ने बताया कि ग्रामवासियों द्वारा मिलकर किये गये प्रयासों और मुस्तैदी का परिणाम है कि गांव में एक भी कोरोना संक्रमित केस अथवा कोरोना से मृत्यु नही हुई है और अब तक कोरोनो से ग्राम पंचायत सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि कोर कमेटी ग्रुप ने पूर्ण समन्वय के साथ सतत निगरानी रखते हुए घर-घर सर्वे करते हुए हल्के खांसी, जुकाम होते ही मेडिकल किट देकर समय पर उपचार किया। इनमें से सात प्रारंभिक आईएलआई लक्षणों वाले व्यक्तियों को तत्काल ही मेडिकल किट से उपचार करने से उन्हें संक्रमण से बचाया जा सका। उन्होंने बताया कि बाहर से आने वाले प्रवासियों को भी प्रभावी मॉनिटरिंग कर एकांतवास (क्वारेंटीन) की पालना करवाई जा रही है। अब तक 28 प्रवासियों को गृह एकांतवास कर, उनकी प्रभावी मॉनिटरिंग की गई। इनमें से छह लोगों के चौदह दिवस पूर्ण हो चुके है, शेष 22 अब भी गृह एकांतवास है तथा उनकी सतत एवं प्रभावी मॉनिटरिंग की जा रही है। इसके साथ ही गांव में अधिकतर विवाह आयोजनों को महामारी से बचाव के महत्व को बताते हुए समझाईश कर स्थगित करवाया गया। अनुमति से जो विवाह आयोजन हुए भी उनमें भी गाईडलाईन की पूर्ण पालना करवाई गई। इस अवधि में होने वाली सामान्य मृत्यु पर भी अंतिम संस्कार में राज्य सरकार की कोविड गाईडलाईन अनुसार ही करवाया गया तथा किसी भी प्रकार का मृत्यु भोज के आयोजन नही करने हेतु मृतक के परिजनों को समझाईश कर पाबंद किया गया। इसके साथ ही अनुमत दुकानों को भी सम्पूर्ण नियमों का सख्ती से पालना करवाई गयी।

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