जनहित में जारी स्वास्थ्य अपील
ज्योति विद्यापीठ महिला विश्वविद्यालय अंतर्गत सूर्यांश आरोग्यशाला द्वारा ग्रीष्म ऋतु में होने वाले लू ,तापघात एवं फैलने वाली संक्रामक बिमारियों के सम्बन्ध में सुझाव देते हुये आम जन से स्वास्थ्य अपील करते हुए कहा गया की ज्योति विद्यापीठ परिवार आप सभी जनों के दीर्घायु एवं स्वस्थ्य जीवन की कामना करता है और आशा भी करते हैं की गर्मी के समय में होने वाली संक्रामक बिमारियों से आप स्वयं तथा अपने परिवार को स्वास्थ्य रख सकेंगे, जैसा की आप जानते हैं कि गर्मी का मौसम आते ही संक्रामक बिमारियों का फैलाव बढ़ जाता है जैसे लू लगना, आंत्रशोध, पेचिस, उलटी – दस्त, कालरा, पीलिया, मस्तिष्क ज्वर, चिकन गुनिया, डेंगू, मलेरिया आदि अतः किसी भी बीमारी के उपचार से अच्छा है उससे बचाव गर्मी के मौसम में अनेक प्रकार की बिमारियों के लक्षण एवं उनसे बचाव हेतु उपाय इस प्रकार है -
लक्षण
-लू लगना - तीव्र सरदर्द, तीव्र बुखार, चक्कर, उल्टी, हाथ पांव में दर्द एवं ऐठन, आँखों के सामने अँधेरा दिखना एवं बेहोशी।
-मलेरिया तथा डेंगू - ठण्ड के साथ तीव्र बुखार तीव्र सरदर्द, मांसपेसियों में दर्द, जोड़ों में दर्द, आँख हिलाने पर आँख के किनारे के भाग में दर्द होना।
बचाव हेतु उपाय
-हमेशा साफ़ पानी का उपयोग करें।
-गर्मी में बहार जाते समय सर व चेहरा ढक कर निकलें छाते का उपयोग करें।
-खुले हुए फल मिठाइयाँ एवं अन्य खाद्य पदार्थों का सेवन ना करें।
-सुबह घर से निकलते समय हल्का भोजन कर के निकलें।
-अधिक से अधिक मात्रा में पानी पियें एवं अन्य पेय पदार्थों का सेवन करें।
-जीवन रक्षक घोल ओ आर एस का सेवन करें।
-कूलर मटके टंकी पुराने टायर आदि में भरा पानी सप्ताह में एक बार जरूर साफ़ करें।
उपरोक्त सावधानियां बरतने के बाद भी अगर कोई व्यक्ति किसी प्रकार की संक्रामक बिमारियों से ग्रसित हो जाये तो उसे तत्काल सूर्यांश आरोग्यशाला या अपने निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र पर ले कर जायें और चिकित्सक की सलाह से उपचार करवाएं। जनहित में प्रसारित।