जलवायु संबंधी भारत-अमेरिका साझेदारी पर दोनों देशों ने जारी किया संयुक्त वक्तव्य

Friday 23 Apr 2021 राष्ट्रीय

वक्तव्य के अनुसार दोनों देशों ने वर्ष 2030 के लिए पेरिस समझौते के तहत लक्ष्य निर्धारित किए हैं

 
नई दिल्ली, 23 अप्रैल (हि.स.)। भारत और अमेरिका ने गुरुवार को जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में वर्ष 2030 तक महत्वकांक्षी लक्ष्य रखते हुए एक साथ उच्च स्तरीय साझेदारी की घोषणा की। भारत अमेरिका जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा एजेंडा 2020 साझेदारी की घोषणा जलवायु परिवर्तन पर आयोजित शिखर वार्ता के दौरान की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के नेतृत्व में मूर्त रूप लेती साझेदारी के तहत दोनों देश अगले दशक में जलवायु परिवर्तन की समस्या का सामना करने की दिशा में बड़े कदम उठाएंगे। इस साझेदारी के बारे में भारत और अमेरिका ने गुरुवार को एक संयुक्त वक्तव्य जारी किया। वक्तव्य के अनुसार दोनों देशों ने वर्ष 2030 के लिए पेरिस समझौते के तहत लक्ष्य निर्धारित किए हैं। अमेरिका वर्ष 2030 तक ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन आधा कर वर्ष 2005 तक के स्तर पर ले जाएगा। दूसरी ओर भारत ने अपने लिए वर्ष 2030 तक 450 गीगा वाट अक्षय ऊर्जा उत्पादन करने का लक्ष्य रखा है। महत्वकांक्षी लक्ष्यों को हासिल करने के लिए दोनों देश आपस में सहयोग करेंगे। संयुक्त वक्तव्य में कहा गया है कि अपनी साझेदारी के अंतर्गत दोनों देश दो आयामों पर काम करेंगे। एक ओर जहां स्वच्छ ऊर्जा का विकास और अन्य उपायों पर अमल किया जाएगा, वहीं पर्याप्त आर्थिक संसाधन करने पर भी ध्यान दिया जाएगा। वक्तव्य में कहा गया है कि इस साझेदारी के जरिए दोनों देश दुनिया के सामने उदाहरण पेश करेंगे कि जलवायु परिवर्तन के संकट का सामना करने के लिए इस तरह तेजी से कदम उठाए जा सकते हैं। साथ ही अपने-अपने देशों की विशेष परिस्थितियों और विकास संबंधी प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए समावेशी एवं टिकाऊ आर्थिक विकास की ओर बढ़ा जा सकता है।

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