पुलिस ने दर्ज किया मामला, विभागीय जांच शुरू
कोलकाता, 09 मार्च (हि.स.)। राजधानी कोलकाता के स्ट्रैंड रोड पर स्थित पूर्वी रेलवे मुख्यालय की 13वीं मंजिली इमारत की आग तो शांत हो गई है लेकिन इस घटना को लेकर सियासी आग भड़क उठी है। इस आग की घटना के बाद अब प्रशासनिक अधिकारियों में तकरार शुरू हो गयी है। इस अग्निकांड में अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है।
मंगलवार को कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि इस मामले में पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेकर केस दर्ज किया है। अग्निशमन व्यवस्था में कमी, लापरवाही समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। आग कैसे लगी, इसकी जांच के लिए अग्निशमन विभाग ने एक टीम का भी गठन किया है। यह भी देखा जाएगा कि जहां आग लगी थी, वहां अग्निशमन की व्यवस्था दुरुस्त थी या नहीं।
दरअसल, इस अग्निकांड के बाद मुख्यालय की व्यवस्थाओं को लेकर सवाल उठ रहे हैं। आग लगने के बाद लिफ्ट का इस्तेमाल बंद कर दिया जाता है, लेकिन किसके आदेश से वे दमकल कर्मी लिफ्ट में चढ़े, जिनकी लिफ्ट में फंस की मौत हो गई है, इसकी भी जांच की जा रही है। माना जा रहा है कि प्रशिक्षण की कमी अथवा अग्निशमन विभाग की बड़ी लापरवाही की वजह से ही इन कर्मियों की मौत हुई है। जिस बिल्डिंग में आग लगी है, उसमें पूर्व रेलवे और दक्षिण पूर्व रेलवे का मुख्यालय है। पूर्व रेलवे ने मुख्य सुरक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया है जबकि दक्षिण पूर्व रेलवे ने भी उच्चस्तरीय जांच शुरू की है।
उल्लेखनीय है कि इस आग में झुलसकर नौ लोगों की मौत हुई है, जिसमें रेलवे के दो अधिकारी, एक आरपीएफ कांस्टेबल, चार अग्निशमन कर्मी और कोलकाता पुलिस का एक एएसआई शामिल है। पुलिस ने बताया कि कुछ लोगों के शव इतने बुरी तरीके से झुलस गए थे कि उनकी पहचान सुनिश्चित करने के लिए डीएनए टेस्ट करना पड़ा है।