इससे पहले 1709 में भयंकर शीतलहर के कारण उस समय ब्रिटेन की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था बुरी तरह ध्वस्त हो गई थी
लंदन, 13 फरवरी (हि.स.)। ब्रिटिश अर्थव्यवस्था को 300 साल बाद सबसे बड़ी गिरावट का सामना करना पड़ रहा है। इससे पहले 1709 में भयंकर शीतलहर के कारण उस समय ब्रिटेन की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था बुरी तरह ध्वस्त हो गई थी। यह आंकड़ा ऑफिस ऑफ नेशनल स्टैटिस्टिक्स (ओएनएस) के मुताबिक है जिसके अनुसार 2020 में ब्रिटिश अर्थव्यवस्था में 9.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
आंकड़ों के आधुनिक रिकॉर्ड के हिसाब से यह अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आधार पर आंकड़े जुटाने की शुरुआत हुई थी। 2020 में आई गिरावट का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि यह 2009 की आर्थिक मंदी के समय आई गिरावट से भी दोगुनी है।
हालांकि ब्रिटिश वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने इस बड़ी गिरावट के बीच अच्छे संकेत मिलने की भी बात कही है। साथ ही अगले महीने अपने बजट स्टेटमेंट में अर्थव्यवस्था को राहत देने के लिए और कदम उठाने की ओर इशारा किया है। उन्होंने कहा, आंकड़े दिखा रहे हैं कि महामारी के कारण किस तरह से अर्थव्यवस्था को झटका लगा है। पूरी दुनिया ने इसका सामना किया है। फिलहाल अर्थव्यवस्था में वापसी के कुछ सकारात्मक संकेत भी दिखने लगे हैं। उन्होंने तीन मार्च को अपने बजट में रोजगार बचाने और अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए नई योजनाएं लाने का भरोसा दिलाया है।