अब देश के ​51 ईसीएचएस पॉलीक्लिनिक रात में भी खुलेंगे, रक्षा मंत्रालय की मंजूरी

Tuesday 27 Apr 2021 राष्ट्रीय

रात्रि ड्यूटी के लिए ​​अनुबंध कर्मचारियों की अस्थायी भर्ती करने को मिली मंजूरी ​

 
​नई दिल्ली, 27 अप्रैल (हि.स.)। ​​रक्षा मंत्रालय ने ​​​​कोविड-19 मामलों में आयी तेजी के बीच पूर्व सैन्यकर्मियों और उनके आश्रितों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए भीड़-भाड़ वाले ​​51 ​​ईसी​​एचएस ​​पॉलीक्लिनिक में अतिरिक्त ​​अनुबंध कर्मचारियों की अस्थायी भर्ती को मंजूरी दी है।​ ​इस फैसले से​ ​पूर्व सैन्यकर्मियों और उनके आश्रितों ​को रात के ​समय भी तत्काल चिकित्सा ​सुविधा मिल सकेगी​​​। ​​​ ​सेना ने ​भूतपूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना​ के तहत देशभर में ​51 ईसीएचएस ​​​​पॉलीक्लिनिक​ खोल रखे हैं जहां 55 लाख पूर्व सैनिकों ​का इलाज​ किया जाता है​।​​ ​अभी तक यह ​पॉलीक्लिनिक​ सिर्फ दिन में ही खुलते थे लेकिन ​​कोविड-19 मामलों में आयी तेजी के बीच​ इन्हें रात में भी खोले जाने की जरूरत महसूस की गई है​।​ इसलिए ​रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने​ ​​देशभर के भीड़-भाड़ वाले 51 ईसीएचएस पॉलीक्लिनिक में अधिकृत कर्मचारियों के अतिरिक्त ​​अनुबंध कर्मचारियों की ​​​​15 अगस्त, 2021 तक​ के लिए ​​अस्थायी भर्ती को मंजूरी दे दी है। इन ईसीएचएस पॉलीक्लिनिक के लिए एक-एक ​​चिकित्सा अधिकारी, नर्सिंग असिस्टेंट, फार्मासिस्ट, वाहन चालक और चौकीदार सहित अनुबंध कर्मचारियों को तीन महीने की अवधि के लिए ​रखा जाएगा​​।​ इन्हें ​स्टेशन मुख्यालय के माध्यम से​ ​​सामान्य कामकाज के घंटों के ​अलावा रात्रि ड्यूटी पर तैनात किया जाएगा​।​​ ​​​ ​प्रवक्ता के मुताबिक इन ​अनुबंध कर्मचारियों​ की तैनाती लखनऊ, दिल्ली कैंट (बीएचडीसी), ​बेंगलुरु (शहरी), देहरादून, कोटपूतली, अमृतसर, मेरठ, चंडीगढ़, जम्मू, नई दिल्ली (लोधी रोड), सिकंदराबाद, आगरा, अंबाला, ग्रेटर नोएडा, गुरदासपुर, पुणे, त्रिवेंद्रम, जालंधर, कानपुर, गुड़गांव, गुड़गांव (सोहना रोड), होशियारपुर, मोहाली, चंडीमंदिर, इलाहाबाद, गाजियाबाद (हिंडन), पठानकोट, जोधपुर, लुधियाना, रोपड़, तरणतारन/पट्टी, कोलकाता, दानापुर (पटना), खड़की (पुणे), लोहगांव (पुणे), पालमपुर, बरेली, कोल्हापुर, योल, विशाखापत्तनम, जयपुर, गुंटूर, बैरकपुर, चेन्नई, गोरखपुर, पटियाला, नोएडा, भोपाल, कोच्चि, वेल्लोर और रांची​ की क्लिनिक में की जाएगी​।​ ​​इस फैसले से​ ​इन शहरों में पूर्व सैन्यकर्मियों और उनके आश्रितों के लिए रात के दौरान भी तत्काल चिकित्सा की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।

Related Post