इतिहास के पन्नों में 18 मई- जब बुद्ध मुस्कुराए

Tuesday 18 May 2021 राष्ट्रीय

इतिहास के पन्नों में 18 मई- जब बुद्ध मुस्कुराए

 
बुद्ध मुस्कुराएः 18 मई 1974 की तारीख। उस दिन बुद्ध पूर्णिमा थी। राजस्थान के जैसलमेर से तकरीबन 140 किमी दूर लोहारकी गांव के करीब स्थित मलका गांव में हुए जोरदार धमाके से पूरा इलाका थर्रा उठा। घरों में दरारें पड़ गयीं। दूर-दूर तक लोग अपने घरों से निकल आए। इधर दिल्ली में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को किसी फोन का बेसब्री से इंतजार था और जब यह फोन उनके पास आया तो उन्होंने कहा- The Buddha has finally smiled. दरअसल, मलका गांव के एक सूख चुके कुएं में भारत का पहला परमाणु परीक्षण किया गया और इसके साथ ही भारत दुनिया के परमाणु संपन्न देशों की कतार में खड़ा हो गया। इस भूमिगत परमाणु परीक्षण की ख़बर से पूरी दुनिया सन्न रह गयी। क्योंकि यह पहला मौका था जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य देशों के अलावा किसी अन्य देश ने परमाणु परीक्षण की हिम्मत जुटायी। इस पूरी मुहिम का नाम दिया गया था- बुद्ध मुस्कुराए यानी बुद्धा स्माइल। परमाणु परीक्षण की पटकथा 1972 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी) के दौरे के समय लिखी गयी थी, जब उन्होंने वैज्ञानिकों से इसे लेकर गोपनीय बातचीत की थी। अन्य अहम घटनाएंः 1912ः भारत की पहली फीचर लेंथ फिल्म श्री पंडालिक रिलीज। 1933ः भारत के प्रधानमंत्री रहे एच.डी. देवगौड़ा का जन्म। 2009ः श्रीलंका सरकार ने 25 साल से तमिल विद्रोहियों के साथ चल रही जंग खत्म होने की घोषणा की। सेना ने देश के उत्तरी हिस्से पर कब्जा कर लिट्टे प्रमुख वेलुपिल्लई प्रभाकरण को मार गिराया। 1994ः गाजा पट्टी क्षेत्र से इजराइली सैनिक टुकड़ियों के हटाए जाने के साथ ही इस क्षेत्र पर फिलिस्तीनी स्वायत्तशासी शासन लागू।

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