तौकते से मुकाबले को एनडीआरएफ की 100 टीमें तैयार

Sunday 16 May 2021 राष्ट्रीय

केरल में भारी बारिश, तेज हवा से कई मकान क्षतिग्रस्त हुए , गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा के कई इलाकों में बारिश के आसार

 
नई दिल्ली/मुंबई, 16 मई (हि.स.)। अरब सागर के ऊपर बना दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान तौकते में तब्दील होकर धीरे-धीरे गुजरात की ओर बढ़ रहा है। इसके 18 मई को गुजरात के तट से टकराने की आशंका है। पश्चिम तटीय राज्यों में यह तूफान खासी परेशानी का सबब बन सकता है। केंद्र सरकार ने तौकते से प्रभावित होने वाले संभावित राज्यों- गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, केरल और कर्नाटक में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 100 टीमें तैनात करने का फैसला किया है। केंद्र ने राज्यों को परामर्श जारी करके संभावित नुकसान के प्रति सतर्क किया है। तूफान के प्रभाव से केरल के कोझीकोड में भारी बारिश हो रही है। तेज हवाओं के कारण कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा के कई इलाकों में देर रात या कल तक मध्यम बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग के मुताबिक तौकते वर्तमान में लक्षद्वीप और केरल तट के नजदीक है। यह धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ रहा है। तूफान जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा, पश्चिम तटीय राज्यों- कनार्टक, गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात में तेज हवाएं चलने और मध्यम बारिश की संभावना है, जबकि केरल के कोझिकोड में जोरदार बारिश शुरू हो गई है। तमिलनाडु में आज देर रात तक और पश्चिम राजस्थान में 18 एवं 19 मई को बारिश हो सकती है। तूफान 18 मई को गुजरात के पोरबंदर के आसपास तटीय इलाकों से टकराएगा। एनडीआरआफ ने राज्यों में 53 से बढ़ाकर अब 100 टीमें तैनात कर दी हैं। प्रत्येक टीम में 35 से 40 जवान होंगे। कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए बचाव उपायों से जुड़े दिशा-निर्देशों में भी बदलाव किया गया है। बचाव केन्द्रों में लोगों की संख्या कम रखने और दो गज की दूरी के पालन पर ध्यान दिया जाएगा। खास बात यह है कि एनडीआरएफ की टीम के सभी सदस्यों का टीकाकरण किया जा चुका है और उन्हें सभी उपयुक्त उपकरण दिए जा चुके हैं जिन्हें बचाव कार्यों में इस्तेमाल किया जाएगा। एनडीआरएफ के महानिदेशक सत्य नारायण प्रधान ने कहा है कि आज ओडिशा एवं पंजाब से एनडीआरएफ की 13 टीमों को वायुमार्ग से गुजरात भेजा गया है। एनडीआरएफ की 100 टीमों को इस काम में लगाया गया है। 42 टीमें तैनात कर दी गई हैं, 26 टीमें स्टैंडबाय पर हैं और 32 टीमें देशभर में इसके लिए समर्पित रखी गई हैं, जिन्हें तुरंत वायुमार्ग से आपदा सहायता के लिए भेजा जाएगा। तूफान से निपटने के लिए मुंबई में 3 टीमें, गोवा में 1 और पुणे मुख्यालय में 14 टीमें तैनात हैं। तूफान के शनिवार रात या रविवार तक महाराष्ट्र पहुंचने की आशंका है। केंद्र सरकार ने तटीय क्षेत्रों से तुरंत लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। इन राज्यों में मछली पकड़ने संबंधी सभी गतिविधियों पर तत्काल रोक लगाने को कहा गया है। तूफान जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा इसकी गति लगातार बढ़ती जाएगी। यह 45-55 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गुजरात तट के नजदीक आते-आते 155-165 किमी प्रति घंटा की रफ्तार तक जाएगा। गुजरात के तटों पर तूफान के चलते 2-3 मीटर ऊंची लहरें आ सकती हैं। मौसम विभाग का कहना है कि तूफान से गुजरात के देवभूमि द्वारका, कच्छ, पोरबंदर, जामनगर, गिर और सोमनाथ में नुकसान हो सकता है। यहां पेड़ों का उखड़ना, फसलों को नुकसान और बिजली एवं मोबाइल सेवा प्रभावित हो सकती है। सरकार ने संभावित प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी है। गोवा सरकार ने चक्रवात के मद्देनजर आवश्यक कदम उठाए हैं। गोवा अग्निशमन एवं आपात सेवा ने संभावित स्थिति से निपटने के लिए अपने कर्मियों को तैयार रहने को कहा है। उल्लेखनीय है कि मौजूदा साल के इस पहले चक्रवाती तूफान का नामकरण म्यांमार ने किया है। उसने इसका नाम तौकते रखा है, जो स्थानीय भाषा में एक विशेष प्रकार की छिपकली का नाम है। यह बहुत तेज आवाज निकालती है। केरल में दिखा असर तौकते का असर केरल के कोझीकोड में दिखने लगा है। कोझीकोड में शनिवार को भारी बारिश हुई। यहां के तटीय इलाकों में तेज हवाओं के चलते कई घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। तिरुवनंतपुरम से लेकर उत्तर में कासरगोड तक समुद्र तट के करीब रहने वाले सैकड़ों परिवारों को तट से दूर शिविरों में शिफ्ट कर दिया गया है। राज्य सरकार तटीय इलाकों पर नजर रखे हुए है। कोझीकोड, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कन्नूर और कासरगोड जिलों में शनिवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, कोट्टायम और अलापुझा जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने शनिवार को केरल और कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी है। महाराष्ट्र : मुख्यमंत्री ने लिया तैयारियों का लिया जायजा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के तटीय इलाकों में सतर्कता बरतने और सभी मशीनरी को सावधान रहते हुए राहत एवं बचाव कार्य में अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। ठाकरे ने राज्य के विभागीय आयुक्तों और जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर चक्रवाती तूफान से बचाव के लिए की जा रही पूर्व तैयारियों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेषकर पालघर, रायगड़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग जिले में इस चक्रवाती तूफान का असर पड़ सकता है। जिलाधिकारी इसके लिए तैयार रहें। मुंबई और आसपास के इलाकों में काले बादल छाए हुए हैं। तौकते को लेकर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने कमर कस ली है। कोकण सहित मुंबई में भारी बारिश होने की संभावनाओं के बीच शनिवार और रविवार को येलो अलर्ट घोषित किया गया है। आपदा प्रबंधन की टीमें तैनात कर दी गई हैं। टीकाकरण का काम 2 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। गंभीर मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। कोविड केयर सेंटर्स के आसपास के पेड़ों की कटाई की गई है।

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