अरब सागर में डूबीं दो बड़ी नावों से 317 लोग जिन्दा बचाए गए

Wednesday 19 May 2021 राष्ट्रीय

पी-305 नाव में सवार 180 लोग सुरक्षित, 93 लोगों को खोजने के लिए नौसेना के तीन और जहाज तैनात

 
नई दिल्ली, 19 मई (हि.स.)। चक्रवाती तूफान ताउते से अरब सागर में मुंबई के पास डूबीं दो बड़ी नावों में सवार 410 लोगों में से 317 लोगों को नौसेना और तटरक्षक बल के संयुक्त ऑपरेशन में सुरक्षित बचा लिया गया है और अभी भी 93 लोग लापता हैं। समुद्र में डूबी ओएनजीसी की बार्ज गैल कंस्ट्रक्टर नाव में सवार सभी 137 को बचाकर नौसेना और तटरक्षक बल ने ​रेस्क्यू मिशन पूरा होने की घोषणा कर दी है। दूसरी बड़ी नाव बार्ज पी-305 के 93 लोगों को बचाने के लिए नौसेना और कोस्ट गार्ड ने राहत एवं बचाव कार्य तेज कर दिया है। भारतीय नौसेना ने हेलीकॉप्टर पी-8आई और कई जहाजों को भी इस मिशन पर लगाया है। अरब सागर में सोमवार को चक्रवाती हवाओं और ऊंची उठती समुद्री लहरों के बीच दो बड़ी नावें बार्ज पी-305 और ओएनजीसी की नाव बार्ज गैल कंस्ट्रक्टर इंजन की खराबी के कारण तूफान के तेज प्रवाह में फंस गईं। गैल कंस्ट्रक्टर नाव चक्रवाती तूफान के बाद पानी के तेज बहाव के साथ कोलाबा पॉइंट के उत्तर में लगभग 48 समुद्री मील दूर चली गई थी। हालांकि दोनों नावों को भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल ने सोमवार की देर शाम ही ढूंढ निकाला और जहाजों में फंसे 410 कर्मियों को बचाने के लिए ऑपरेशन शुरू किया। नौसेना ने अत्यंत चुनौतीपूर्ण समुद्री परिस्थितियों में आईएनएस कोच्चि, आईएनएस कोलकाता और 18 अपतटीय सहायता पोत एनर्जी स्टार को राहत एवं बचाव कार्य में लगाया। दोनों नावों पर सवार लोगों को बचाने के लिए पूरी रात नौसेना और तटरक्षक बल ने ऑपरेशन चलाया। आज सुबह से शाम तक चले ऑपरेशन में बार्ज पी-305 पर सवार कुल 180 लोगों को बचा लिया गया है जबकि नाव पर सवार 93 लोग अभी भी लापता हैं। भारतीय नौसेना ने समुद्र में डूबी नाव बार्ज पी-305 पर सवार 93 के बचाव अभियान में आईएनएस कोच्चि और आईएनएस कोलकाता के साथ-साथ तीन और जहाजों ब्यास, बेतवा और तेग को भी तैनात कर दिया है। मुंबई से 35 समुद्री मील दूर चल रहे राहत एवं बचाव कार्य में नौसेना ने अपने पी-8आई हेलीकॉप्टरों को भी लगाया है जो क्षेत्र में हवाई अभियान चला रहे हैं। समुद्र में डूबी दूसरी नाव ओएनजीसी की बार्ज गैल कंस्ट्रक्टर के चालक दल को बचाने के लिए भारतीय नौसेना ने सीकिंग हेलीकॉप्टर लॉन्च किया। मुंबई के उत्तर में चक्कर लगाकर हेलो हेलीकॉप्टर ने जीएएल कंस्ट्रक्टर के 35 क्रू मेंबर्स को रेस्क्यू किया। इस नाव पर सवार 137 लोगों को बचाने के लिए तटरक्षक बल ने भी अपने जहाज आईसीजीएस सम्राट को सतपाटी से और अन्य 4 जहाजों को महाराष्ट्र और गुजरात से समुद्र की लहरों के बीच डायवर्ट किया। कोस्ट गार्ड ने चेतक हेलीकॉप्टर को बचाव कार्य में लगाया, जिसने 102 लोगों को एयरलिफ्ट करके सुरक्षित रूप से पास के वाडरई तट पर स्थानांतरित कर दिया है। गैल कंस्ट्रक्टर के सभी 137 लोगों को सुरक्षित बचाए जाने के बाद नौसेना और तटरक्षक बल ने ​रेस्क्यू मिशन पूरा होने की घोषणा कर दी है। इसके अलावा तटरक्षक बल ने वास्को के 38 समुद्री मील उत्तर में वेंगरुला लाइट हाउस से लाइट हाउस अथॉरिटी के दो संकटग्रस्त और फंसे हुए कर्मचारियों को ​एक साहसी मिशन में चेतक हेलीकॉप्टर से सुरक्षित बचाया।​ दोनों कर्मचारियों को इंडियन कोस्ट गार्ड के एयर एन्क्लेव, गोवा लाया गया। इसके अलावा तटरक्षक बल ने ​खराब मौसम के कारण मुंबई में फंसे कच्चे तेल के टैंकर ​​एमटी देशभक्त और ​​​​ओएसवी ग्रेटशिप अदिति​ को सुरक्षित बचा लिया है​। ​​​टैंकर पोत देशभक्त पोत पर कच्चा तेल ​लदा हुआ है, इसलिए इसके बचने से समुद्र में ​बड़े ​पैमाने पर ​तेल रिसाव का खतरा टल गया ​है​।​ ​​​एमटी देशभक्त​ पन्ना ऑयल फील्ड के रास्ते में है, जिसे 31 जुलाई को 02:00 को वहां पहुंचना था।​ यह 18 वर्ष पुराना कच्चा तेल टैंकर है​ जो वर्तमान में ​भारतीय ​झंडे के नीचे नौकायन कर रहा है​​।​ तटरक्षक बल के इस ऑपरेशन में समुद्री बचाव समन्वय केंद्र​ ​​(​एमआरसीसी​)​ मुंबई ने दोनों जहाजों के साथ ​​समन्वय ​करके प्रणोदन बहाल किया और दोनों जहाजों पर कुल 45 चालक दल सुरक्षित हैं।​ ओएसवी ग्रेटशिप अदिति​ ​पोत ​05 मई को 06:10 ​बजे ​​न्हावा शेवा पोर्ट ​(​जवाहरलाल नेहरू पोर्ट​​) से रवाना हुआ ​था​​।​ ​​​गुजरात तट (पिपावाव) से 15-20 समुद्री मील दक्षिण पूर्व में ओएसवी ग्रेटशिप अदिति​ ​पोत को बचाने के लिए नौसेना ने गुजरात तट से तीन जहाजों को भेजा​​। इसके अलावा पश्चिमी नौसेना कमान ने ओएनजीसी और डीजी शिपिंग के समन्वय से सहायता प्रदान करने के लिए पांच टगों को डायवर्ट किया। आईएनएस तलवार ने भी एसएआर प्रयास के समन्वय के लिए ऑन-सीन कोऑर्डिनेटर के रूप में कार्यभार संभाला।

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