इतिहास के पन्नों मेंः 28 मई

Friday 28 May 2021 राष्ट्रीय

इतिहास के पन्नों मेंः 28 मई

 
राजशाही का खात्माः 28 मई 2008 को नेपाल के वामपंथी दल को चुनावी जीत मिली। उसके बाद नेपाल के तत्कालीन नरेश ज्ञानेंद्र को अपदस्थ कर देश को गणतंत्र घोषित कर दिया गया। इसके साथ ही नेपाल में 240 साल से चली आ रही राजशाही का भी अंत हो गया। तकरीबन दस साल तक वहां चले गृहयुद्ध के बाद शाह राजवंश के हाथों से देश की कमान फिसलती चली गयी और माओवादी धड़ा देश की राजनीति की मुख्यधारा पर काबिज होता गया। सावरकर का जन्मः हिन्दुत्व और हिंदू राष्ट्रवाद को नया अर्थ व उसकी पुख्ता पहचान गढ़ने वाले राजनीतिज्ञ, अधिवक्ता, कवि, लेखक और नाटककार विनायक दामोदर सावरकर का जन्म 28 मई 1883 को हुआ। स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी उल्लेखनीय सक्रियता की वजह से वे वीर सावरकर के नाम से प्रख्यात हैं। तत्कालीन बॉम्बे प्रेसिडेंसी के नासिक के निकट भागुर गांव में पैदा हुए सावरकर की माता का नाम राधाबाई और पिता का नाम दामोदर पंत सावरकर था। अन्य अहम घटनाएंः 1414ः खिज्र खान ने दिल्ली सल्तनत पर कब्जा किया और सैय्यद वंश के शासन की नींव रखी। 1908ः जासूसी उपन्यास जेम्स बॉन्ड के लेखक इयान फ्लेमिंग का जन्म। 1923ः दक्षिण भारत की लोकप्रिय शख्सियत नंदमुरि तारक रामाराम (एनटीआर) का जन्म हुआ। फिल्मों की बेशुमार कामयाबी के बाद उन्होंने राजनीति का रुख किया और तीन बार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। 1934ः कनाडा के ओंटारियो में ओलिवा और एल्जायर डिओन के यहां पांच बच्चों ने जन्म लिया। यह पहला मौका था जब एकसाथ पैदा हुए पांचो बच्चे जीवित रहे। 1961ः मानवाधिकार संरक्षण के लिए लंदन में एमनेस्टी इंटरनेशनल की स्थापना। वर्ष 1977 में इसे नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया। 1989ः मारथाकवली डेविड भारत की पहली और विश्व की दूसरी महिला ईसाई पादरी बनीं। 1996ः प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का इस्तीफा। 1998ः पाकिस्तान ने पांच भूमिगत परमाणु परीक्षण किए। इससे एक सप्ताह पहले भारत ने इसी तरह के परमाणु परीक्षण किये थे।

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