सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) संभवत: फ्रंटलाइन वर्कर्स और बुजुर्गों पर कोविशिल्ड के सीमित उपयोग के लिए अगले महीने भारत के शीर्ष दवा नियामक आयोग से अनुमति लेगा। यह जानकारी पुणे स्थित मुख्यालय के वैक्सीन निर्माता के सीईओ ने एक मीडिया शिखर सम्मेलन में दी।
कोविशल्ड ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित कोविद -19 वैक्सीन का भारत में नाम है। कमजोर आयु वर्ग में वैक्सीन की प्रभावशीलता के बारे में आये परिणाम गुरुवार को द लांसेट में प्रकाशित किए गए थे।
यह वैक्सीन भारत में ऑक्सफ़ोर्ड और एस्ट्राजेनेका के साथ एक समझौते के तहत SII द्वारा निर्मित किया जा रहा है।
SII के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि मार्च-अप्रैल 2021 तक कोविशल्ड बाकी लोगों के लिए उपलब्ध होने की संभावना है।
पूनावाला ने कहा कि वैक्सीन, जिसे 2 ° C और 8 ° C के बीच तापमान पर संग्रहित किया जा सकता है, निजी बाजार में इसकी कीमत 500 रुपये से 600 रुपये के बीच हो सकती है।
उन्होंने कहा कि सरकार को $ 3- $ 4 (लगभग 225-300 रुपये) के बहुत कम कीमत पर वैक्सीन मिलेगी क्योंकि वे बड़ी मात्रा में सैकड़ों करोड़ों की खुराक खरीदेंगे।
पूनावाला ने कहा कि आम जनता को वैक्सीन की एक डोस के लिये लगभग 500-600 रुपये का भुगतान करना होगा और उसे दो डोस लेने होंगे।
पूनावाला ने बताया कि जैसे ही यूके के अधिकारी - MHRA (मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी) - और यूरोपीय EMEA (यूरोपियन मेडिसिन्स एजेंसी) इसे आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी देते हैं, हम भारत में ड्रग कंट्रोलर (DCGI) के समक्ष आवेदन करेंगे और उम्मीद है, बहुत जल्द, हम एक आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण का गठन भी कर सकते हैं।