इतिहास के पन्नों मेंः 05 जून

Saturday 05 Jun 2021 राष्ट्रीय

इतिहास के पन्नों मेंः 05 जून

 
ऑपरेशन ब्लू स्टारः 70 के दशक से शुरू हुई पंजाब समस्या विभिन्न मोड़ों से होती हुई विस्फोटक कार्रवाई, ऑपरेशन ब्लू स्टार तक जा पहुंची। भारतीय सेना ने 03-04 जून 1984 को अमृतसर स्थित हरमंदिर साहिब परिसर को खालिस्तान समर्थक जनरैल सिंह भिंडरावाले व समर्थकों से मुक्त कराने के लिए अभियान चलाया। भिंडरावाले को पाकिस्तान से भी समर्थन मिल रहा था। 03 जून को भारतीय सेना ने अमृतसर में स्वर्ण मंदिर परिसर को घेरकर शहर में कर्फ्यू लगा दिया। 04 जून को सेना ने गोलीबारी शुरू की लेकिन दूसरी तरफ से जबर्दस्त पलटवार हुआ। 05 जून को स्थिति इतनी बिगड़ गयी कि सेना को बख्तरबंद गाड़ियों व टैंकों के इस्तेमाल के लिए मजबूर होना पड़ा। इस कार्रवाई में बड़ी संख्या में चरमपंथी मारे गए और गिरफ्तार किए गए। काफी संख्या में सैनिकों की भी मौत हुई। इस कार्रवाई से सिख समुदाय की भावनाएं आहत हुईं। कई प्रमुख सिखों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया और विभिन्न क्षेत्रों के कई प्रमुख सिख शख्सियतों ने घटना के विरोध में अपने पुरस्कार लौटा दिए। अन्य अहम घटनाएंः 1944ः द्वितीय विश्वयुद्ध में जर्मनी, इटली और जापान की नाज़ी तिकड़ी वाले देशों की राजधानी में से मित्र सेना के कब्जे में आने वाला पहला शहर रोम था। 1953ः डेनमार्क में आज के दिन ही नया संविधान लागू हुआ। 1967ः इजराइल ने मिस्र पर हमलाकर उसके करीब चार सौ लड़ाकू विमान नष्ट कर दिये। इजराइल मिस्र की सीमा पर शुरू हुई यह लड़ाई जल्द ही कई अन्य अरब मुल्कों तक फैल गयी। 1990ः सोवियत संघ के राष्ट्रपति रहे मिखाइल गोर्बाचोव को आज के दिन ही नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। शीतयुद्ध का अंत करने में उनकी अहम भूमिका रही है।

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