किसान आन्दोलन सातवें दिन भी जारी

Wednesday 02 Dec 2020 राष्ट्रीय

 
नई दिल्ली, 2 दिसम्बर । नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के बॉर्डरों पर किसानों का आंदोलन सातवें दिन बुधवार को भी जारी है। इस बीच मंगलवार को शाहीबाग प्रदर्शन के दौरान चर्चाओं में आईं बिल्किस दादी सिंघु बॉर्डर पर पहुंची तो वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों में हलचल बढ़ गई। पुलिस ने बॉर्डर से 82 वर्षीय बिल्किस को हिरासत में ले लिया है। वह मूल रूप से यूपी की रहने वाली हैं। उन्होंने किसान आंदोलन को समर्थन देने की बात की थी। जिसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था। जिसमें उन्होंने किसानों के पास जाने और उन्हें समर्थन देने की बात कही थी। इसके बाद वह मंगलवार दोपहर किसानों के पास सिंघु बॉर्डर पर पहुंच गईं। उन्होंने कहा कि हम भी किसान की बेटी है। किसान आंदोलन में उनके साथ हैं। दिल्ली में एनआरसी, सीएए, एनपीआर के विरोध में शाहीन बाग में प्रदर्शन पर बैठीं कनीज फातिमा भी मंगलवार दोपहर अन्य महिलाओं के साथ सिंघु बॉर्डर पहुंची। जहां उन्होंने अपनी बात रखी। कनीज फातिमा कथित रूप से शाहीन बाग धरना के आयोजको में से एक थीं। शाहीन बाग में प्रदर्शन के दौरान सिख समुदाय के लोगों ने लंगर चलाया था। यही, वजह है कि अब किसान आंदोलन में कई मुस्लिम एनजीओ किसानों के साथ हैं। बॉडरों पर किसानों का शांतिपूर्ण आंदोलन दिल्ली के सिंघु व टिकरी बॉर्डर पर पंजाब-हरियाणा समेत देश के अलग-अलग राज्यों से आए किसानों का आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। बॉर्डरों पर तैनात पुलिस बल भी पहले के मुकाबले रिलेक्स नजर आया। लेकिन सतर्कता पूरी तरह से चुस्त है। पुलिस ड्रोन के माध्यम से किसानों की हर एक हलचल पर नजर रखे हुए है। पुलिसकर्मी मोबाइल फोन और कैमरों से वीडियो रिकॉर्डिंग भी कर रहे हैं। वहीं बुराड़ी ग्राउंड में भी किसानों का आंदोलन जारी है। ऐसा ग्राउंड जहां एक समय में कई लाख लोग आ जाएं, वहां 700-800 किसानों की संख्या बहुत ही कम नजर आ रही है। यहां किसानों के लिए प्रशासन द्वारा कई तरह के बंदोबस्त भी किए गए हैं। किसानों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मान लेती वे अपना आंदोलन खत्म नहीं करेंगे। किसानों के समर्थन में भीम आर्मी गाजीपुर-दिल्ली बॉर्डर पर भी यूपी के अलग-अलग इलाकों से आए किसान लगातार धरने पर बैठे हुए हैं। वहीं भीम आर्मी प्रमुख चंद्र शेखर आजाद भी किसानों के समर्थन में अपने समर्थकों के साथ कूद पड़े हैं। वह मंगलवार दोपहर समर्थकों के साथ गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार को अंनदाताओं की बात सुननी चाहिए। इंपुट यूपी से भी आ रहे किसान दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस किसान आंदोलन को देखते हुए लगातार यूपी, हरियाणा, पंजाब समेत अन्य दूसरे राज्यों की पुलिस के संपर्क में है। दिल्ली पुलिस को ताजा इंपुट मिले हैं कि किसानों ने लखनऊ, जेवर, वेस्टर्न यूपी के अलग अलग हिस्सा व अन्य जगह से कूच किया है। किसान यमुना एक्सप्रेस-वे पर भी जमा होने शुरू हो गए हैं। इसे देखते हुए दिल्ली पुलिस ने दिल्ली-यूपी के बॉर्डरों पर सुरक्षा को और बढ़ा दिया है। गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसान कई बार उग्र भी हो चुके हैं। उन्होंने दिल्ली में घुसने के लिए पुलिस के बैरिकेड्स भी गिरा दिये थे। मुश्किल से पुलिस बल ने उन्हें काबू करते हुए पीछे धकेला था। किसानों के खिलाफ दंगा करने का केस दर्ज किसान आंदोलन के दौरान सिंधु बॉर्डर पर हुई हिंसक झड़प के मामले में अलीपुर थाने में दंगा करने, सरकारी काम में बाधार डालने, मारपीट करने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत कई धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने प्रदर्शन के दोरान बैरिकेड तोड़कर दिल्ली में दाखिल होने की कोशिश की थी। पुलिस बल पर पथराव भी किया था। कई पुलिसकर्मियों को चोटें भी आई थीं। बाहरी जिला के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने एफ आई आर दर्ज करने की पुष्टि की है। पुलिस के मुताबिक आईपीसी 186, 353, 332, 323, 147, 148, 149, 279, 337, 188, 269, और 3 पीडीपीपी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। जाम से चरमराई दिल्ली और बॉर्डर किसान आंदोलन के चलते दिल्ली-सिंघु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर यातायात पूरी तरह से बंद है। ऐसे में दिल्ली आने-जाने वाले लोग वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल कर रहे हैं। जिसकी वजह से दिल्ली के दूसरे बॉडरों पर यातायात का दबाव बढ़ गया है। ऊपर से बॉर्डरों पर सघन जांच के चलते भी दिल्ली-यूपी व दिल्ली-हरियाणा के सभी बॉडरों पर जाम की स्थिती बनी हुई है। दिल्ली पुलिस जांच के बाद ही एक-एक कर वाहन चालकों को दिल्ली में प्रवेश करने दे रहे हैं। जिसके चलते कई बॉर्डरों पर तो कई किलोमीटर तक का जाम लगा हुआ है। सिंघु बार्डर व टिकरी बॉर्डर से जुड़े रास्तों पर यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुकी है। यहां सर्दी क मौसम में भी जाम में फंसे लोगों के पसीने छूट रहे हैं। यहां लोग पैदल ही आगे बढ़ रहे हैं। इसके अलावा दिल्ली-गुरुग्राम, दिल्ली-फरीदाबाद, कापसहेड़ा, ढांसा बार्डर, कालिंदीकुंज, मयूर विहार-चिल्ला, डीएनडी बार्डर, गाजीपुर, आनंद विहार, नोएडा-मयूर विहार बार्डर, सीमापुरी-भोपुरा आदि बॉडरों पर पीक टाइम में जाम की स्थिति बनी हुई है। अंडर पास व फ्लाई ओवर पर लगे बैरिकेड्स जाम का कारण किसान आंदोलन के चलते बॉर्डर ही नहीं, बल्कि दिल्ली के अंदर मुख्य मार्गों पर भी जाम लगा हुआ है। इसका एक मुख्य कारण पुलिस की सख्ती भी है। दरअसल पुलिस ने किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए सड़कों के साथ-साथ कई फ्लाई ओवर और अंडर पास तक में बैरिकेड्स लगा रखे हैं। पुलिस संदिग्ध वाहन चालकों को रोककर जांच कर रही है। जिसकी वजह से दिल्ली के मुख्य मार्गों पर भी जाम की स्थित‌ि बनी हुई है। खास तौर से नई दिल्ली जिला में तो थोड़ी-थोड़ी दूरी पर ही पुलिस बैरिकेड्स लगे हुए हैं। संसद, इंडिया गेट, कृषि भवन और जंतर-मंतर की ओर जाने वालें मार्गों पर ज्यादा चौकसी बरती जा रही है।

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